बचपन से बक्शी साहब के लिखे गाने ज़बानी याद हैं. क्योंकि वो सुनने और गाने में हमेशा आसान लगे. लेकिन जब उनके जैसा लिखने की नाकाम कोशिश की, तब पता चला कि कितना मुश्किल काम आसानी कर गये बक्शी साहब. I salute the legend Anand Bakshi.
बचपन से बक्शी साहब के लिखे गाने ज़बानी याद हैं. क्योंकि वो सुनने और गाने में हमेशा आसान लगे. लेकिन जब उनके जैसा लिखने की नाकाम कोशिश की, तब पता चला कि कितना मुश्किल काम आसानी कर गये बक्शी साहब. I salute the legend Anand Bakshi.